परिसंवाद के इस मंच पर आप सभी का स्वागत है। हिन्दी साहित्य के विद्वान किसी विषय विशेष पर सकारात्मक और सार्थक संवाद कर सकें, इसी उद्देश्य से परिसंवाद मंच की स्थापना की गई है। निकट भविष्य में परिसंवाद को मुद्रित पत्रिका के रूप में भी नियमित रूप से प्रकाशित करने की योजना है। परिसंवाद की परिकल्पना हिन्दी साहित्य के शीर्षस्थ आलोचक प्रो० डा० नामवर सिंह द्वारा की गई है तथा इसके संयोजक एवं संपादक हैं- डा० एम०पी०सिंह एवं डा० जगदीश व्योम।
No comments:
Post a Comment